जड़त्व (Inertia)
एक बार गतिमान कर दिये जाने पर वस्तु गतिमान बने रहने की प्रवृत्ति अथवा प्रारम्भ में
विराम में थी तो विराम में बने रहने की प्रवृत्ति एक गुण के कारण होती है, जिसे जड़त्व
कहते हैं।
विराम में थी तो विराम में बने रहने की प्रवृत्ति एक गुण के कारण होती है, जिसे जड़त्व
कहते हैं।
Special point
जड़त्व भौतिक वस्तु का जन्मजात गुण है, जिसके फलस्वरूप वह अपनी विराम अवस्था
अथवा समरूप गतिमान (uniformmotion) अवस्था में किसी भी परिवर्तन का विरोध
करती है।
जड़त्व एक भौतिक राशि नहीं है। वस्तु का द्रव्यमान इसके जड़त्व का मापन (measure)
है। यदि वस्तु का द्रव्यमान अधिक है, तो वस्तु का जड़त्व भी अधिक होगा।
जड़त्व भौतिक वस्तु का जन्मजात गुण है, जिसके फलस्वरूप वह अपनी विराम अवस्था
अथवा समरूप गतिमान (uniformmotion) अवस्था में किसी भी परिवर्तन का विरोध
करती है।
जड़त्व एक भौतिक राशि नहीं है। वस्तु का द्रव्यमान इसके जड़त्व का मापन (measure)
है। यदि वस्तु का द्रव्यमान अधिक है, तो वस्तु का जड़त्व भी अधिक होगा।
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नीचे विभिन्न प्रकार से जड़त्व दिये गये हैं :
विराम का जड़त्व: वस्तु की अपनी विराम अवस्था में बनी रहने की प्रवृत्ति विराम का जड़त्व
कहलाती है।
कहलाती है।
गति का जड़त्व : वस्तु की एक सरल रेखा के अनुदिश समरूप गति अवस्था को स्वयं ही
परिवर्तित करने की अक्षमता (inability) गति का जड़त्व कहलाती है।
परिवर्तित करने की अक्षमता (inability) गति का जड़त्व कहलाती है।
दिशा का जड़त्व: वस्तु की अपने आप गति की दिशा में परिवर्तन करने की अक्षमता दिशा का
जड़त्व कहलाती है।
जड़त्व कहलाती है।
उदाहरण
निम्नलिखित उदाहरण विराम के जड़त्व को भली प्रकार समझाते हैं
1. जब एक बस अथवा रेलगाड़ी अचानक चलना प्रारंभ करती है, तो इनके भीतर खड़ा यात्री पीछे
की ओर झुक जाता है। यह इसलिये होता है कि यात्री के पैर जो बस के फर्श के सम्पर्क में होते
हैं, बस के साथ चलना प्रारम्भ कर देते हैं, परन्तु जड़त्व के कारण शरीर का ऊपरी भाग विराम में
बना रहता है।
1. जब एक बस अथवा रेलगाड़ी अचानक चलना प्रारंभ करती है, तो इनके भीतर खड़ा यात्री पीछे
की ओर झुक जाता है। यह इसलिये होता है कि यात्री के पैर जो बस के फर्श के सम्पर्क में होते
हैं, बस के साथ चलना प्रारम्भ कर देते हैं, परन्तु जड़त्व के कारण शरीर का ऊपरी भाग विराम में
बना रहता है।
2. जब लटके हुये एक कारपेट को छड़ी से मारते हैं, तो धूल के कण अलग-अलग हो जाते हैं।
इसका कारण है कि मारने पर कारपेट गतिमान हो जाता है, परन्तु जडत्व के कारण धूल के कण
विराम में रहते हैं तथा गुरुत्व के प्रभावाधीन नीचे गिर जाते हैं।
इसका कारण है कि मारने पर कारपेट गतिमान हो जाता है, परन्तु जडत्व के कारण धूल के कण
विराम में रहते हैं तथा गुरुत्व के प्रभावाधीन नीचे गिर जाते हैं।
नीचे दिये गये उदाहरण गति के जड़त्व को भली प्रकार समझाते हैं
1. जब समरूप वेग से चलती रेलगाड़ी में बैठा यात्री गेंद को उध्धवाधर ऊपर की ओर फेंकता है,
तो गेंद वापस उसके हाथ में आ जाती है। इसका कारण है कि ऊपर तथा नीचे की ओर की गति
में गेंद रेलगाडी के वेग से क्षैतिज रूप से गति करती है ।
2. एक विमान जो नियत वेग से क्षैतिज दिशा में उड़ रहा है, से एक रेत का थैला गिरता है। थैले का
प्रारम्भिक वेग वही होता है जो विमान का है, अत: थैला धरातल से टकराने के पहले एक
परवलयिक पथ का अनुसरण करता है।
1. जब समरूप वेग से चलती रेलगाड़ी में बैठा यात्री गेंद को उध्धवाधर ऊपर की ओर फेंकता है,
तो गेंद वापस उसके हाथ में आ जाती है। इसका कारण है कि ऊपर तथा नीचे की ओर की गति
में गेंद रेलगाडी के वेग से क्षैतिज रूप से गति करती है ।
2. एक विमान जो नियत वेग से क्षैतिज दिशा में उड़ रहा है, से एक रेत का थैला गिरता है। थैले का
प्रारम्भिक वेग वही होता है जो विमान का है, अत: थैला धरातल से टकराने के पहले एक
परवलयिक पथ का अनुसरण करता है।
नीचे दिया गया उदाहरण दिशा के जडत्व को भली प्रकार समझाता है।
1. जब एक बस दायीं ओर तीक्ष्ण (sharp) रूप से मुड़ती है, तो इसके भीतर खड़े यात्री बायीं ओर
झुकते हैं। इसका कारण यह है कि यात्री के पैर जो बस के फर्श के सम्पर्क में हैं। बस के साथ
घूम जाते हैं, परंतु दिशा के जड़त्व के कारण शरीर का ऊपरी भाग सीधी रेखा में चलता रहता है।
1. जब एक बस दायीं ओर तीक्ष्ण (sharp) रूप से मुड़ती है, तो इसके भीतर खड़े यात्री बायीं ओर
झुकते हैं। इसका कारण यह है कि यात्री के पैर जो बस के फर्श के सम्पर्क में हैं। बस के साथ
घूम जाते हैं, परंतु दिशा के जड़त्व के कारण शरीर का ऊपरी भाग सीधी रेखा में चलता रहता है।
What is Inertia??? mass and inertia
Reviewed by Jmdias Nitesh Kumar
on
April 29, 2020
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